192. परिंदे अब भी पर तौले हुए हैं! #DEFINITELYPTE

आज जबकि दुनिया इतनी छोटी हो गई है, पहले जितना हम देश के किसी दूसरे शहर में बच्चे के पढ़ने जाने अथवा नौकरी पर जाने के बारे में सोचते थे, उतना अब विदेशों में जाने के बारे में भी नहीं सोचते हैं।
आज पूरी दुनिया कितनी छोटी हो गई है, हम लोग और शायद हमसे कहीं ज्यादा हमारे बच्चे जानते हैं कि दुनिया में कहाँ पर किसी विषय में श्रेष्ठतम शिक्षा मिल सकती है और कौन सी नौकरी उनके लिए सबसे अच्छी साबित हो सकती है।
ऐसा केवल देश से बाहर जाने के संबंध में ही सच नहीं है अपितु बाहर के अनेक देशों के लोग भी हमारे यहाँ पढ़ाई और नौकरी करने के लिए आते हैं।
लेकिन आज हम अपने देश के नौनिहालों के विदेशों में पढ़ाई के लिए जाने और हर उम्र के लोगों के रोज़गार हेतु बाहर जाने की स्थिति और इससे जुड़ी एक गतिविधि के बारे में बात करेंगे। आज जबकि गूगल, फेसबुक, नासा आदि विश्व की अनेक प्रतिष्ठित संस्थाओं में हमारे बच्चे ऐसे पे-पैकेज पर जाते हैं, जिसके बारे में पहले सोचना भी संभव नहीं था, इसको देखकर और बहुत से युवा देश से बाहर अध्ययन और नौकरी के लिए जाने की प्रेरणा प्राप्त करते हैं।
अब अगर आपको इन उद्देश्यों के लिए बाहर जाना है, तो विशेष रूप से पश्चिम के देशों में जाने के लिए, वीज़ा आदि जैसी सामान्य आवश्यकताओं के अलावा जो एक बड़ी बाधा होती है, वह है अंग्रेजी भाषा के व्यवहार में पारंगत होने की। इसके लिए अनेक देशों की और से लोगों के सामान्य अंग्रेजी ज्ञान की परीक्षा लेने की व्यवस्था है, जिसके लिए प्रत्याशियों देश के किसी कोने में स्थित उनके सीमित केंद्रों तक जाना होता है, काफी समय पहले परीक्षा की तारीख प्राप्त करनी होती है, यदि किसी कारण वहाँ समय पर न पहुंच पाए अथवा फेल हो गए तो फिर से परीक्षा की तारीख प्राप्त करनी होगी और आप तब तक या तो वहीं रुकना होगा या फिर से वहाँ आना होगा।
विदेशों, विशेष रूप से पश्चिम के देशों में शिक्षा अथवा रोज़गार के लिए जाने वालों के लिए यह एक बहुत बड़ी बाधा थी, इस बाधा को दूर करने की दिशा में ‘पीयरसन टेस्ट ऑफ इंगलिश एकेडेमिक’ (PTE) द्वारा जो व्यवस्था की गई है, वह इन उद्देश्यों से विदेश जाना चाहने वालों के लिए बहुत बड़ी सुविधा है।
इस परीक्षा व्यवस्था की कुछ प्रमुख विशेषताएं इस प्रकार हैं-

1. पूरी दुनिया में फैले 250 से अधिक केंद्रों में वर्ष में 360 दिन ये परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं।
2. सुरक्षित तरीके से परीक्षा आयोजित करने के लिए चूक-रहित व्यवस्था की गई है।
3. कंप्यूटर आधारित मूल्यांकन किया जाता जिसमें पक्षपात की आशंका नहीं है।
4. मात्र 5 दिन के अंदर परिणाम प्राप्त हो जाता है।
5. परीक्षा के लिए आपको रजिस्ट्रेशन करना होगा, जिसके लिए आपका विश्वसनीय पहचान पत्र आवश्यक है, जैसे पासपोर्ट। टेस्ट के लिए आपको अपना एकाउंट बनाना होगा, जिसमें 48 घंटे के भीतर आपको ई-मेल प्राप्त हो जाएगी। इसके बाद आप अपने टेस्ट की तारीख निश्चित करा सकते हैं। जिसके लिए आपको अधिक इंतजार नहीं करना होगा और अनेक परीक्षा केंद्रों में से आप अपना नज़दीकी केंद्र चुन सकते हैं।
6. इस टेस्ट को दुनिया के अधिकांश देशों के संस्थान मानते हैं और आप परिणाम जितने संस्थानों को चाहें भेज सकते हैं।

मैं समझता कि दुनिया के किसी भी कोने में जाकर, ‘आसमान में कील ठोकने’ का हौसला रखने वालों, अपने हिस्से का आसमान तलाशने वालों के लिए यह एक बहुत उपयोगी व्यवस्था है।

हौसलों और उमंगों से भरे इन उत्साही लोगों के लिए दुष्यंत कुमार जी का यह शेर याद आ रहा है-

परिंदे अब भी पर तौले हुए हैं,
हवा में सनसनी घोले हुए हैं।

नमस्कार।

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